इधर, स्थानीय स्तर पर बह रहा ये जंगली जमुनिया की धारा, इन प्रकृतिक इलाके की है जो चंचल खुश चट्टानों के कदम से कदम मिलाकर शरारत भर मे नीचे की ओर आ जाती है। यह झरना काफी ऊंचा नहीं है बल्कि १० मीटर की उचाई से नीचे गिरता है। हालांकि झरने की खूबसूरती चट्टानों पर इसके व्यापक प्रवाह में निहित है। यह जगह शहर से मात्र १५ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ क्रिसमस और नए साल के अवसर पर अच्छी भीड़ उमड़ती है। पिकनिक के लिए यह एक आदर्श जगह है। यहाँ हजारों की संख्या मे पर्यटक मौज मस्ती करतें हैं। यह झरना धनबाद रेलवे स्टेशन से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, यहाँ धनबाद-बोकारो रोड (एनएच ३२) से भी जाया जा सकता है। पुटकी मोर से १२ किलोमीटर अंदर की ओर जाने पर भी इस जगह पर जाया जा सकता है।
Here, the wild torrents of the locally flowing rivulet Jamunia, gurgles down in playful mirth and mischief across the rocks that have the natural terrain of steps. It tumbles down from fairly a low height of about 10 metres. However, the beauty of the waterfalls lies in its cascading effect, over the rocks. Located barely 15 kms from the town, site is ideal for picnic revellers, who throng here during Christmas and New Year. However, it is also a retreat for those wanting to rejuvenate themselves from the mundane humdrums in solitude. It can be reached from the Dhanbad-Bokaro Road (NH-32) about 25 kms from the railway station. The road goes 12 kms inwards from Putki More, taking you to the site.